सूरत मेट्रो लेटेस्ट अपडेट बहुत जल्द शुरू होने वाली हैं

Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp

सूरत मेट्रो के निर्माण में तेजी चल रहा है। 466 मीटर वायडक्ट का काम पूरा हो गया है। 1 किलोमीटर वायडक्ट पूरा होने के बाद ट्रैक बिछाने का काम शुरू होगा।

सूरत मेट्रो शहर के लोगों के लिए एक वरदान साबित होगी। यह लोगों को तेज, सुरक्षित और किफायती यात्रा का विकल्प प्रदान करेगी। यह शहर के प्रदूषण को भी कम करने में मदद करेगा।

यह गुजरात मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा बनाई जा रही है और यह 2027 में चालू होने की उम्मीद है. सूरत मेट्रो में दो लाइनें हैं, रेड लाइन और ग्रीन लाइन. रेड लाइन 21.2 किमी लंबी होगी और सरथाना से ड्रीम सिटी तक जाएगी, जबकि हरी लाइन 19.9 किमी लंबी होगी और सरोली से भेसान तक जाएगी. दोनों लाइनों में कुल 38 स्टेशन होंगे, जिनमें से 32 एलिवेटेड और 6 अंडरग्राउंड होंगे. सूरत मेट्रो रेलवे का निर्माण 2,300 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है.
हम उम्मीद करते हैं कि सूरत मेट्रो जल्द ही बनकर तैयार हो और लोगों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाए।

सूरत मेट्रो करेंट अपडेट :- 18/08/2023

466 मीटर वायडक्ट पूरा हुआ

1 किलोमीटर वायडक्ट पूरा होने के बाद ट्रैक बिछाने का काम शुरू होगा

Deadlines
Line-1 (11 km elevated + 7 km underground) → Dream City to Kapodra → December 2024
Line-1 (4 km elevated) → Kapodra to Sarthana → March 2025
Line-2 (19 km elevated) → Bhesan to Saroli → March 2025

Facebook
Twitter
Telegram
WhatsApp
Theinfratimes

Theinfratimes

Leave a Comment

Top Stories

नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच यमुना नदी के किनारे बनेगी 35 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड सड़क

नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच यमुना नदी के किनारे बनेगी 35 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड सड़क नोएडा प्राधिकरण ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच

A period of change in Mumbai's infrastructure

मुंबई के इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव का दौर: अगले 6 महीने से 1 साल तक होंगे ये बड़े बदलाव Mumbai’s infrastructure

मुंबई के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए अगले 6 महीने से 1 साल तक शानदार रहेंगे मुंबई के इंफ्रास्ट्रक्चर में अगले 6 महीनों से 1 साल तक

एनसीआर में औद्योगिक क्रांति: मोदीनगर में बनेगा विशाल औद्योगिक हब

गाजियाबाद के मोदीनगर में 141 एकड़ भूमि पर औद्योगिक हब बनाने की तैयारी चल रही है। इस हब से एक लाख से अधिक नौकरियों के